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Showing posts with the label प्रारंभिक-समष्टि अर्थशास्त्र

बैंक क्या है ?|वाणिज्यिक बैंकों द्वारा मुद्रा सृजन की प्रक्रिया|केंद्रीय बैंक के कार्य|केंद्रीय बैंक द्वारा मुद्रा पूर्ति का नियंत्रण|Banking

      बैकिंग|वाणिज्यिक बैंकों द्वारा मुद्रा सृजन की प्रक्रिया|केंद्रीय बैंक के कार्य|Banking                                           बैंक क्या है ? बैंक एक ऐसी संस्था है जो लाभ अर्जित करने के उददेश्य से जमा स्वीकार करना और ऋण देने का कार्य करता है।              बैंक कितने प्रकार के है ? बैंक दो प्रकार की होती है: i) केंद्रीय बैंक ii) वाणिज्यिक बैंक                        केंद्रीय बैंक केंद्रीय बैंक एक सर्वोच्च बैंक हैं देश में सभी बैंकों का बैंक है। सभी हैज वाणिज्यिक बैंक केंद्रीय बैंक के स्वीक नियंत्रण के अंतर्गत कार्य करते हैं ।                  वाणिज्यिक बैंक वाणिज्यिक बैंक वह वित्तीय संस्था हैं जो सामान्य जनता से जमाएँ स्वीकार करता है तथा लोगों को उपभोग एवं निवेश उद्देश्य के लिए ऋण प्रदान करता है ।    ...

वस्तुओं का वर्गीकरण|मूल्यह्रास की अवधारणा| समष्टि-अर्थशास्त्र की कुछ मूल अवधारणाएँ|Some Basic Concepts of Macroeconomics

वस्तुओं का वर्गीकरण|मूल्यह्रास की अवधारणा|समष्टि-अर्थशास्त्र की कुछ मूल अवधारणाएँ|Some Basic Concepts of Macroeconomics                      वस्तुओं का वर्गीकरण    वस्तुओं का दो प्रकार वर्गीकरण किया जाता है: i) अंतिम वस्तुएँ तथा मध्यवर्ती वस्तुएँ ii) उपभोग वस्तुएँ तथा पूँजीगत वस्तुएँ                     अंतिम वस्तुएँ अंतिम वस्तुएँ वे वस्तुएँ हैं जो उत्पादन की सीमा रेखा को पार कर चुकी है और अपने अंतिम- प्रयोगकर्ताओं द्वारा प्रयोग के लिए तैयार है। अंतिम- प्रयोगकर्ताओं कौन होते हैं ?  i) उपभोक्ता ii) उत्पादक होते हैं।                        अंतिम उपभोक्ता वस्तुएँ वे वस्तुएँ हैं जो अपने अंतिम -प्रयोगकर्ताओं द्वारा उपयोग के लिए तैयार होती है और उपभोक्ता उनके अंतिम- प्रयोगकर्ताओं होते हैं।                 अंतिम उत्पादक वस्तुएँ वे वस्तुएँ है जो अपने अंतिम-प्रयोगकर्ताओं द्वारा...

समष्टि अर्थशास्त्र का क्या अर्थ है ?|समष्टि अर्थशास्त्र का महत्व क्या है ?

  भूमिका|समष्टि अर्थशास्त्र क्या है ? समष्टि अर्थशास्त्र का क्या अर्थ है ? अंग्रेज भाषा का  Macro  शब्द ग्रीक भाषा के  मैक्रोस  (Makros ) से लिया गया है जिसका अर्थ है -'बड़ा 'समष्टि अर्थशास्त्र को अर्थशास्त्र की उस शाखा के रूप में परिभाषित किया जाता है जो कि समस्त  अर्थव्यवस्था के स्तर पर आर्थिक प्रशनों या आर्थिक समस्याओं का अध्य्यन करता है। जैसे -निवासियों का रोजगार ,अर्थव्यवस्था में उत्पादन वृद्धि,कीमत वृद्धि की समस्या,मंदी की समस्या आदि।      समष्टि अर्थशास्त्र  व्यष्टि अर्थशास्त्र से कैसे भिन्न है ? 1 )अध्य्यन का आधार   व्यष्टि अर्थशास्त्र एक व्यक्ति ,एक गृहस्थ ,एक फर्म या एक -उधोग के स्तर पर दुलर्भता और चुनाव की समस्याओं का अध्य्यन करता है।  समष्टि अर्थशास्त्र  संपूर्ण अर्थव्यवस्था के स्तर पर दुलर्भता और चुनाव की समस्याओं का अध्य्यन करता है।    उदहरण   व्यष्टि अर्थशास्त्र में अध्य्यन किया जाता है की कैसे एक उपभोक्ता अपनी वस्तु...

मुद्रा किसे कहते है ?|वस्तु विनिमय प्रणाली क्या होती है ?|Money

 मुद्रा किसे कहते है ?|वस्तु विनिमय प्रणाली क्या होती है ?                         मुद्रा किसे कहते है ?    मुद्रा वह है जो मुद्रा का कार्य करे उसे मुद्रा कहते हैं।                            मुद्रा के कार्य क्या है ?                        1 ) मुद्रा विनिमय के माध्यम के रूप में कार्य करती हैं।  2 ) मुद्रा को संचय के रूप में  कार्य करती हैं।  3 ) मुद्रा का प्रयोग भविष्य के भुगतानों के लिए किया हैं।                          वस्तु विनिमय प्रणाली क्या होती है ? वस्तु विनिमय प्रणाली उसे प्रणाली को कहा जाता है जिसमें वस्तु का विनिमय वस्तु से किया जाता है।                          वस्तु विनिमय प्रणाली की कमियाँ      ...