मकर संक्रांति क्या है ?
जब सूर्य गोचर वर्ष भ्रमण करते हुए सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब इससे मकर संक्राति कहा जाता है। सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाने को संक्रांति कहते हैं। एक संक्राति दूसरे संक्राति अवधि ही सौर मास है। वैसे तो सूर्य संक्रांति 12 होते हैं लेकिन इनमें से 4 महत्वपूर्ण होते हैं।
i) मेष राशि
ii) कर्क
iii) तुला
iv) मकर
हर साल मकर संक्रांति अलग-अलग वाहन पर विभिन्न प्रकार के वस्त्र पहनने कर और विभिन्न शास्त्र भोजन पदार्थ हर साल आती है।
मकर संक्रांति दिन भूलकर भी ना करें ये काम
• अपने घर पर आए तो उससे खाली हाथ न लौटाएँ
• आप किसी भी तरह का नशा करने से बचें जैसे- शराब सिगरेट, गुटका आदि का सेवन ना करें
• प्याज लहसुन ना खाए और मसालेदार भोजन से बचे
• भूल से भी रात का बचा हुआ या बासी खाना नहीं खाएँ
• अपनी वाणी पर संयम रखें और गुस्सा ना करें
मकर संक्रांति के दिन करें ये उपाय
• सूर्योदय और सूर्यास्त के समय पूजा पाठ करें
• सूर्य देव को जल भी अर्पित करना चाहिए
• दान देना काफी शुभ माना जाता है
• तिल - गुड़ और खिचड़ी का दान करना अच्छा होता है