Concepts of Cost|लागत की अवधारणाएँ|लागत से क्या है ?
लागत से क्या अभिप्राय है?
उत्पादक द्वारा कारक आगतों (जैसे- भूमि,श्रम तथा पूँजी) तथा गैर- कारक आगतों (जैसे- कच्चा माल) की खरीद पर किए गए खर्च को कहा जाता है।
लागत के प्रकार
i) स्पष्ट लागत
ii) निहित लागत
iii) अवसर लागत
iv) कुल लागत
V) औसत लागत
Vi) सीमांत लागत
स्पष्ट लागत से क्या अभिप्राय है ?
स्पष्ट लागत अभिप्राय है की जो उन साधनों पर व्यय की जाती है जिन्हें एक फर्म बहार से प्राप्त करता है।
निहित लागत से क्या अभिप्राय है ?
निहित लागत से अभिप्राय की सभी आगतों बाजार में खरीदी नहीं जाती है। उत्पादक स्व-स्वामित्व आदतों का भी उत्पादन प्रक्रिया में प्रयोग करता है। इसे निहित लागत कहा जाता है
अवसर लागत से क्या अभिप्राय है?
किसी वस्तु के उत्पादन के अवसर लागत वस्तु की वह मात्रा है जिसका त्याग किया जाता है।
कुल लागत से क्या अभिप्राय है ?
कुल लागत से अभिप्राय है कि उत्पादन के लिए गए स्तर के अनुरूप स्थिर लागत तथा परिवर्ती लागत का कूल जोड़ें हैं।
TC=TFC+TVC
कुल लागत के प्रकार कितने होते हैं ?
कुल लागत के प्रकार दो होते हैं।
कूल स्थिर लागत(Total Fixed Cost): वह लागत है जो उत्पादन के स्तर नए परिवर्तन होने के साथ परिवर्तन नहीं होती।
कुल परिवर्ती लागत(Total Variable Cost): वह लागत है जो उत्पादन का स्तर बढ़ने पर बढ़ती है तथा उत्पादन का स्तर कम होने पर घटती है।
औसत लागत से क्या अभिप्राय है ?
औसत लागत से अभिप्राय है की उत्पादित किए गए उत्पादन की प्रतीक इकाई लागत है।
औसत लागत के दो प्रकार होते हैं।
औसत बंधी लागत(Average Fixed Cost): उत्पादित किए गए उत्पादन की प्रती इकाई बंधी लागत है
औसत परिवर्ती लागत(Average Variable Cost): उत्पादित किए गए उत्पादन की प्रति इकाई परिवर्ति लागत है
सीमांत लागत से क्या अभिप्राय है ?
सीमांत लागत से अभिप्राय है कि उत्पादन की एक अतिरिक्त इकाई को उत्पादित करने की अतिरिक्त लागत है।
औसत, सीमांत लागत तथा कुल लागत में संबंध
तालिका:औसत, सीमांत लागत तथा कुल लागत में संबंध