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उपभोक्ता संतुलन तटस्थता वक्र विश्लेषण|Consumer's Equilibrium Indifference Curve Analysis|Properties of Indifference Curve

 उपभोक्ता संतुलन तटस्थता वक्र विश्लेषण|Consumer's Equilibrium Indifference Curve Analysis




  तटस्थता वक्र विश्लेषण उपयोगिता विश्लेषण में अंतर


                     उपयोगिता विश्लेषण


• उपयोगिता विश्लेषण की आधारभूत सीमा यह है कि यहाँ उपयोगिता के गणवाचक माफ की मान्यता पर आधारित है।

• इस मान्यता मेें उपयोगिता को गणवाचक संख्याओं; जैसे- 1,2,3 आदि में व्यक्त किया जा सकता है।


                    तटस्थता वक्र विश्लेषण

• तटस्थता वक्र विश्लेषण की अवधारणा क्रमवाचक माप पर आधारित है ।

• इस अवधारणा के अनुसार, उपयोगिता को केवल उच्च या निम्न के अनुसार क्रम के रूप में दिया जा सकता है।

• इसे कभी भी 1,2,3 आदि जैसे इकाइयों में व्यक्त नहीं किया जा सकता है।





भुगतान संतुलन के तटस्थता वक्र विश्लेषण की मान्यताएँ

i) उपभोक्ता की मौद्रिक आय दी हुई है तथा उसमें परिवर्तन नहीं होता है।

ii) दोनों वस्तु एक-दूसरे के प्रतिस्थापन होती है।

iii) उपभोक्ता विवेकशील है । वह सदैव अपनी संतुष्टि को अधिकतम करता है।


     

                        तटस्थता समूह 

   तटस्थता समूह उन दो वस्तुओं के संयोगों का समूह है जो उपभोक्ता को संतुष्टि का समान स्तर प्रदान करते हैं।

तालिक 1 पर ध्यान दीजिये जो सेबों तथा संतनों के विभिन्न संयोगों को प्रकट कर रही है। 


            सेबों तथा संतनों के विभिन्न संयोगों 



नीचे दिए गए लिखित अवलोकन ऊपर ध्यान दीजिए:

i) प्रत्येक सहयोग उपभोक्ता को संतुष्टि का समान स्तर प्रदान करता है। अतः संयोग A= संयोग B= संयोग C= संयोग D।

ii) जैसे कि संयोग A,B,C तथा D मैं कोई अंतर नहीं है। अतः हम यह कह सकते हैं कि उपभोक्ता इन सभी संयोगों के मध्य तटस्थता है। यह सभी सहयोग मिलकर उपभोक्ता का तटस्था समूह बनाते हैं।




इस वक्र का प्रत्येक बिंदु दो वस्तुओं के एक संयोग को दिखाता है। क्योंकि प्रत्येक संयोग उपभोक्ता को संतुष्टि का समान अवसर प्रदान करता है, इसलिए इस वक्त को तटस्थता वक्र कहा जाता है।


                             चित्र व्याख्या करें

i) IC एक तटस्थता वक्र है।

ii) बिंदु A पर उपभोक्ता की संतुष्टि का स्तर वही है जो बिंदु B,C या D पर है।



                 तटस्थता वक्रों की विशेषताएँ

i) तटस्थता वक्र नीचे की ओर ढलान होता है। 

ii) उच्च तटस्थता वक्र संतुष्टि के उच्च स्तर को प्रकट करता है।

iii) तटस्थता वक्र एक दूसरे को काटते नहीं है ।

iv) तटस्थता वक्र X- अक्ष अथवा Y-अक्ष को छूता नहीं है।


              


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